लालगंज आज़मगढ़ । कोरोना जैसे महत्वपूर्ण और जानलेवा बीमारी के मामले में भी स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही उजागर हुई है। आनलाइन तरीके से हो रहे इस फर्जीवाड़े से सरकारी की योजना पर सवाल उठने लगे हैं। आलम यह है कि जो लोग कोरोना संक्रमण से बचने के लिए पहली डोज लगवा चुके हैं। उन्हें दूसरी डोज का टीका सफलतापूर्वक लगने का मैसेज आ रहा। घोर लापरवाही तो यह है कि जो व्यक्ति आठ दिन पहले मर चुका है। उसे भी सफलता पूर्वक दूसरी डोज लगने का मैसेज भेजा गया है। बगैर टीका लगवाए ही टीका लगने का मैसेज आने से संबंधित व्यक्ति को दूसरी डोज लगवाने में काफी परेशानी हो रही है। साथ ही आमजन में भ्रम का माहौल है। बीते कुछ दिनों से कोविड-19 टीका को लेकर लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा। इस प्रकार के मैसेज से स्वास्थ्य विभाग के लोग भी हैरान परेशान हैं। मेहनाजपुर थाना क्षेत्र के नोनीपुर उर्फ नई कोट गांव निवासी पारसनाथ सिंह (78) कोरोना संक्रमण का पहली डोज एक जून 2021 को लगवाए थे। दूसरी डोज लगवाने का समय नजदीक आने पर उनकी तबियत खराब हो गई। और वह पूरा परिवार छोड़कर दुनिया से चल बसे। स्व. पारसनाथ सिंह के बेटे दिनेश सिंह ने बताया कि पिता की मौत से सभी लोग दुखी थे। मौत के आठ दिन बाद मोबाइल पर मैसेज आया कि पारसनाथ सिंह को आज कोविड-19 का दूसरी डोज सफलता पूर्वक लग गया। दिनेश ने बताया कि इस प्रकार का भ्रामक मैसेज आने से भ्रम और तनाव की स्थिति उत्पन्न हो रही।