अंत्योदय कार्ड जुगाड़ से हासिल करने वालों के दिन लदेंगे। गरीबों का हक जरूरतमंदों तक पहुंचे इसके लिए सरकार ने नए सिरे से सर्वे कराने का फैसला लिया है। इसके अंतर्गत घर पर भैंस दिखी तो अंत्योदय के पैमाने से बाहर आ जाएंगे। दरअसल, जुगाड़ के जरिये बिजली कनेक्शन, जमीन, पक्का मकान, भैंस, बैल, ट्रैक्टर-ट्राली, मुर्गी पालन व चार चक्का वाहन इत्यादि से संपन्न लोगों ने भी अंत्योदय कार्ड बनवा लिए थे। इसलिए शत-प्रतिशत अंत्योदय कार्डों की जांच कराने को सरकार ने जिलों के कलेक्टर को निर्देश दिया है। जिले में 1,05,783 अंत्योदय कार्डधारकों की जांच होगी।
नए निर्णय मुताबिक जमीन, पक्का मकान, भैंस, बैल, ट्रैक्टर-ट्राली निश्चित व्यवसाय और बिजली कनेक्शन होने पर कार्ड कैंसिल कर दिया जाएगा। डीएसओ देवमणि मिश्रा बीडीओ एवं निकाय स्तर पर जांच हो रही है। अब इन परिवारों का होगा चयन परिवार की मुखिया विधवा, बीमारी से लगातार जूझ रहा व्यक्ति, विकलांग, 60 साल या उससे अधिक उम्र का व्यक्ति, जिसके जीविकोपार्जन का कोई सहारा साधन न हो, एकल महिला, आदिवासी व जनजातीय परिवार इसका लाभ उठा सकता है।