लालगंज आजमगढ़ । कटौली खुर्द निवासी मुहम्मद हुजैफा पुत्र हाफिज लियाकत के हाफिज बनने पर मदरसा फखरूल इस्लाम कटौली कलां में एक समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मदरसा के नाजिम मौलाना जहीर अहमद कासमी और संचालन मदरसा के शिक्षक मौलाना मुहम्मद ताबिश ने किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कुरान को याद करने के गुण, हाफिज के मुकाम और उनके माता-पिता द्वारा प्राप्त किए जाने वाले सम्मान पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने किताब को कंठस्थ याद कर लेने के बाद इसको सुरक्षित रखने का तरीका बताते हुए कहा कि कुरान को कंठस्थ याद कर लेने वाले हाफ़िज़ हर साल रमजान में पढ़ाई जाने वाली तरावीह की नमाज पढ़ाएं और नियमित रूप से पांच वक्त की नमाज पढ़ने की पाबंदी करें। मौलाना ताबिश ने अपने बयान में कहा कि अल्लाह तआला ने कुरान की सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद अपने ऊपर ले रखी है, जिससे कुरान आज तक सुरक्षित है और यह हाफिज कुरान की रक्षा का फर्ज निभा रहे हैं। इसलिए हमें उनकी कद्र करनी चाहिए और उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। अंत में मौलाना ताबिश की दुआ के साथ कार्यक्रम खत्म हुआ। कार्यक्रम में मदरसा के शिक्षकों व विद्यार्थियों सहित बड़ी संख्या में कटौली खुर्द और कटौली बुजुर्ग के लोगों ने भाग लिया। इसमें मौलाना अयाज, मुफ्ती जमशेद, हाजी नूरल होदा, कटौली खुर्द के पूर्व प्रधान अलाउद्दीन, अबू रेहान, मुहम्मद फरहान एडवोकेट आदि मौजूद थे।
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