लालगंज आज़मगढ़ । एक तरफ क्षतिग्रस्त सड़कों की सुध लेने वाला कोई नहीं है वहीं अच्छी सड़कों को खराब और क्षतिग्रस्त दिखाकर उसकी मरम्मत के नाम पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारी करोड़ों वारे-न्यारे कर रहे हैं। समाजसेवी संस्था सारथी सेवा संस्थान की शिकायत पर हुई जांच में इसका खुलासा हुआ है। सीडीओ ने जांच पूरी करने के बाद अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि उक्त सड़कों के नवीनीकरण की कोई आवश्यकता नहीं थी। कुछ स्थानों पर गड्ढे थे जिसकी पैचिंग की जा सकती थी। सारथी सेवा संस्थान के संयोजक विनीत सिंह रिशू ने डीएम को शिकायती पत्र सौंपकर देवगाँव जिवली मार्ग सहित नौ सड़कों के निर्माण में घपले का आरोप लगाया था। उनका आरोप था कि ए श्रेणी की सड़कों को सी में दिखाकर करोड़ों का बजट पास कराया गया है। इन सड़कों के नवीनीकरण की कोई आवश्यकता ही नहीं थी। पीडब्ल्यूडी की ओर से बजट खपाने का प्रयास किया गया है। डीएम ने राजेश कुमार ने उक्त प्रकरण की जांच सीडीओ आनंद शुक्ला को सौंपी थी। सीडीओ ने इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन सड़कों की शिकायत थी इसकी जांच उन्होंने और बीडीओ ने भी की। कहीं-कहीं पर मार्ग की पैचिंग की आवश्यकता थी। देवगाँव जिवली मार्ग जिसकी कुल एमडीआर-2.13 करोड़ थी नवीनीकरण दिखाकर शासकीय धनराशि का आहरण अनौचित्यपूर्ण किया गया है। इस मार्ग के पुनर्निर्माण की आवश्यकता नहीं थी।