राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड थाने में ओमेक्स हाइट्स अपार्टमेंट में रहने वाली ज्योत्सना चौहान ने आयोसिस कंपनी के प्रबंध निदेशक किरण बावा समेत सात लोगों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। ज्योत्सना का आरोप है कि कंपनी ने उन्हें वेलनेस सेंटर खुलवाने का झांसा देकर 1.38 करोड़ रुपये हड़प लिए। इंस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ला ने कहा कि जांच की जा रही है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि ज्योत्सना ने आयोसिस कंपनी की प्रबंध निदेशक किरण बावा, निदेशक विनय भसीन, अनिका चतुर्वेदी, इशरफिल धरमजावाला, नवनीत कौर सुजलाना, प्रबंध निदेशक की निजी सहायक आशा और पूनम झा ने व्यापारिक करार करके वेलनेस सेंटर खोलने का ऑफर दिया था।
ठगी के आरोपियों का कहना था कि सेंटर से हर महीने पांच लाख की कमाई तय है। इसमें ज्योत्सना से 85 लाख रुपये का निवेश बताया गया था। यह भी कहा था कि वेलनेस सेंटर का उद्घाटन कोई बॉलीवुड की सेलिब्रिटी करेगी। तीन साल में सेंटर में लगाई गई रकम वापस हो जाएगी।
ज्योत्सना ने अपनी फर्म अरनव इंटरप्राइजेज और आयोसिस कंपनी के बीच करार किया। अप्रैल 2019 में कंपनी के अधिकारियों ने सेंटर शुरू करवाने के लिए उन्हें 1300 वर्ग फीट की दुकान दिलाई। इस दौरान ज्योत्सना से 1.36 करोड़ रुपये ले लिए।
कंपनी से सेंटर के लिए सैलून चेयर, इंटीरियर डिजायन और कच्चा माल बाजार मूल्य से चार गुना दाम पर दिया। रजिस्टर्ड एग्रीमेंट के लिए कहा, तो टालते रहे।मनमाने तरीके से कर्मचारी रखने शुरू कर दिए
30 सितंबर 2019 को कंपनी का प्रतिनिधि दर्शन सेंटर की फिनिशिंग टच व स्टार्टअप किट के लिए लखनऊ आया और ज्योत्सना से कई सादे कागजों पर हस्ताक्षर कराए।
सात अक्तूबर 2019 को ज्योत्सना ने सेंटर शुरू किया पर कंपनी ने उद्घाटन के लिए कोई सेलिब्रिटी नहीं भेजा गया। सेंटर पर मनमाने तरीके से कर्मचारी रखने शुरू कर दिए। ज्योत्सना का आरोप है, कंपनी के अधिकारियों ने मानसिक व आर्थिक प्रताड़ना दी।