शहर से लेकर ग्रामीणांचल तक सैकड़ों की संख्या में कांवरिया संघ है। इन संघों के बैनर तले हर वर्ष श्रावण मास में हजारों की संख्या में शिव भक्त बाबा बैजनाथ धाम पर जलाभिषेक के लिए निकलते है। वहीं कांवर यात्रा की शुरूआत शिवभक्तों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रो में भी जुलूस निकाला जाता है। केसरिया चोला पहलें शिव भक्त अपनो के साथ बसो व अन्य वाहनों से बाबाधाम दर्शन पूजन के लिए निकलते है। पूरे सावन माह हर तरफ कावरियों का रेला नजर आता है। इस बार कोरोनासंक्रमण के चलते कोरोना यात्रा को शासन-प्रशासन ने अनुमति नहीं दिया है। जिसके चलते कावरियां संघों के साथ ही शिवभक्तों में मायूसी छायी है
Check Also
सिंगापुर के बाद अब हांगकांग में भी एमडीएच और एवरेस्ट के कुछ मसालों पर बैन सरकार के सेंटर फ़ॉर फ़ूड सेफ़्टी ने गंभीर स्वास्थ्य खतरे पैदा करने सहित ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी बताया ।
🔊 पोस्ट को सुनें सिंगापुर के बाद अब हांगकांग ने भी भारतीय मसाला ब्रांडों एमडीएच …