आजमगढ़ के पूर्व सांसद एवं सपा नेता रमाकांत यादव अपने बयान से फिर सुर्खियो में हैं। सोमवार को उन्होंने कहा कि मैं मूर्ति पूजा का विरोध करता हूं। लोगों को मंदिर छोड़ शिक्षा के मंदिर में जाकर ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। उन्होंने सोमवार को अंबारी स्थित आवास पर कुछ युवकों के हाथ से रक्षासूत्र को कटवा दिया। मामला घर से बाहर पहुंचा तो चर्चा का विषय बन गया।
हिंदू धर्म से जुड़े विद्वानों ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है। रमाकांत यादव से मिलने के लिए सोमवार को क्षेत्र के 10-12 युवक अंबारी आवास पर पहुंचे थे। पूर्व सांसद ने युवकों के हाथों की कलाई मे बंधे रक्षासूत्र को कटवा दिया। रमाकांत यादव ने कहा कि धर्म के नाम पर लोगों को गुलाम बनाया जा रहा है। लोग कब तक धर्म के नाम पर ठगे जाएंगे। हालांकि उन्होंने युवाओं को शिक्षा के प्रति अग्रसर होने और शिक्षा के मंदिर में जाकर ज्ञान लेने की भी सलाह दी। कहा कि इसी से समाज, देश और व्यक्ति का विकास होगा। वहीं, दैवज्ञ दुर्वासा मंडल मुन्ना बाबा का कहना है कि मुझे लगता है कि उन्हें आध्यात्मिक ज्ञान नहीं है। आध्यात्मिक ज्ञान से ही संस्कार की उतपत्ति होती है। उन्हें आध्यात्मिक ज्ञान की आवश्यकता है