लालगंज आज़मगढ़ । लालगंज सिंचाई विभाग डाक बंगले में वाराणसी से आए श्री दंडी स्वामी अन्नता सरस्वती महाराज का भक्तों ने स्वागत किया इस अवसर श्री दंडी जी ने आशीर्वचन में कहां की आज भारत में ही नहीं अपितु पूरे दुनिया में प्रोलोग्लाइजेशन का इतना बवंडर उठा जिसमें सबकुछ छिन्न-भिन्न हो गया इसके बाद भी धन्य है भारत भूमि के लोग भारतीय संस्कृति को बचाए रखा और सांस्कृतिक विरासत आपका आधार है। हमें पूर्ण विश्वास है कि बहुत कम लोग अपने जीवन में साधन कमाते हैं। उस साधन का सदुपयोग नहीं कर पाते। जब मनुष्य जन्म लेता है। हम मनुष्य चिंतनशील प्राणी हैं। आपको जो जीवन मिला है वह श्रेष्ठ है। उन्होंने बताया कि श्री रामचरितमानस में तुलसीदास जी ने लिखा है कि यह जो मानव जीवन है इसको पाने के लिए देवता भी तरसते हैं। हमारे जीवन में तृष्णा भरी हुई है। धन मिल जाए कोई राजनीति का पद मिल जाए हमारे जीवन में भगवान राम और भगवान कृष्ण कि जो पद्धति है वह हमारे लालच को समाप्त कर सकती है। और हर समस्याओं का निदान पाने के लिए भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण के जीवन पर ले जाइए वहां समस्याओं का निदान मिल जाएगा। यह हमारे महानायक भगवान अवतार हैं इनके अवतार में आपके जीवन के संपूर्ण निदान समाधान है। हम लोगों को समस्याओं का निदान करना है तो अपने शास्त्रों की तरफ जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस कोरोना कॉल में बचाव के लिए एक ही मार्ग मिला। भारत के सनातन व्यवस्था का प्रमाण है कि हमारे यहां शरीर को छूकर प्रणाम करने का विधान नहीं है। दूर से ही प्रणाम करें साष्टांग प्रणाम, भूमि स्पर्श करके प्रणाम किया गया है। ऐसे अनेकों प्रकार के हमारे ऋषि महर्षि द्वारा हमारे जीवन को सुगम बनाने के लिए निर्माण किए गए हैं हमने खूब धन कमाया लेकिन अपने शास्त्रों से विमुक्त होते जा रहे हैं। जैसे मातृ देवो भवः पितृ देवो भवः आचार्य देवो भवः यह लोग हमारे देवता हैं और जिसका परिवार मजबूत है, उसका समाज मजबूत है वह हर जगह मजबूत है। इस अवसर पर एडवोकेट नगेद्र सिंह, अशोक अस्थाना , संतोष सिंह, चेयरमैन विजय सोनकर, ओमप्रकाश सिंह, जिला उपाध्यक्ष योगेंद्र राय, अवनीश राय बंटी, धर्मराज सिंह, आनंद राय, कृष्ण कुमार, अनिल राज गुप्त , शैलेश पाठक, अरुण सिंह, हर्षवर्धन सिंह, शुभम गिरी सहित आदि लोग उपस्थित रहे।