निज़ामाबाद आज़मगढ़ । 27 जनवरी 2019 को वाराणसी के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से खाड़ी देश शारजहाँ जाते समय पुलिस ने सिमी के सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार कर लिया गया था वह निजामाबाद थाना क्षेत्र के खुदादपुर गांव का निवासी है। तथ्य छिपाकर पासपोर्ट बनवाकर वह विदेश जाने की तैयारी में था। उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हुई थी। जिस पर यह सफलता मिल सकी। आरोपी के गलत पासपोर्ट बनवाने के मामले में एसपी अनुराग आर्य ने एलआईयू विभाग के मुख्य आरक्षी को दोषी पाते हुए उस पर कार्रवाई की है। 21 नवंबर को जारी हुए एसपी के आदेश के बाद अब आरक्षी को एक साल तक न्यूनतम वेतन ही दिया जाएगा। एसपी के इस कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। एसपी अनुराग आर्य के मुताबिक एलआईयू विभाग का मुख्य आरक्षी संपूर्णानंद मिश्रा है। एसपी ने बताया कि निजामाबाद थाना क्षेत्र के खुदादादपुर गांव निवासी मो. फैज पुत्र इशरार प्रतिबंधित संगठन सिमी का सक्रिय सदस्य है। उसके खिलाफ निजामाबाद थाने में साल 2001 में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता सहित अन्य संगीन धाराओं में केस दर्ज है। मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। बावजूद इसके मो. फैज का पासपोर्ट बना और वह विदेश की यात्रा किया। एसपी ने बताया कि एलआईयू के मुख्य आरोपी संपूर्णानंद को साल 2018 में निजामाबाद हल्के का चार्ज दिया गया था इसी अवधि में मो. फैज ने अपने पासपोर्ट का नवीनीकरण कराया। एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि जिस समय का मो. फैज का पासपोर्ट बना है, और वह अपने पासपोर्ट का नवीनीकरण कराकर कई बार विदेशों की सैर कर चुका है। इस बात की गहनता से जांच कराई गई तो पता चला कि जिन-जिन लोगों ने रिपोर्ट लगाई है, उसमें से ज्यादातर लोग रिटायर हो चुके हैं, या फिर दुनिया में नहीं हैं। ऐसे में ड्यूटी में बचे हुए एलआईयू विभाग के इस मुख्य आरोपी को दंडित किया गया।