लालगंज आज़मगढ़ । लालगंज क्षेत्र के कई गांवों में अभी नहर की सफाई हो रही है। जबकि रबी की फसल गेहूं की बुआई ग्रामीण क्षेत्रों में 15 नवंबर से शुरू होने के बाद गेहूं को सिंचाई करने की सख्त जरूरत है लेकिन पानी ना आने से यह फसलें सूखने के कगार पर पहुंच की जा रही हैं। डोमनपुर, चेवार पश्चिम, खैरूद्दीनपुर, सारंगपुर तमाम गांव में बुआई हुए 35 से 40 दिन हो गये लेकि नहर में अब तक पानी न आने से फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। नहर के अधिकारियों द्वारा कहा गया नहर की सफाई हो रही है इसके बाद पानी छोड़ा जाएगा जो 20 दिसंबर के बाद मिल सकता है। दूसरी ओर गेहूं की फसल 40 से 45 दिन की होने जा रही है जो आगे की बोई गई है। इस पर सिंचाई न होने से फसल खराब हो रही है। महंगी डीएपी, महंगा गेहूं बीज, महंगी ट्रैक्टर की जुताई करके किसान लाचार और परेशान बैठे हैं। इस संबंध में सोनू यादव निवासी चेवार पश्चिम ने बताया कि 40 दिन बुवाई किए हो गये, अब फसल सूख रही है। हमारी मांग है कि जल्द से जल्द नहर में पानी छोड़ा जाए। जिससे सिंचाई हो सके। ताकि जो फसल को नुकसान हो रहा है उसको बचाया जा सके। इसी तरह अरविंद सिंह ने कहा कि इनके पास पंपिंग सेट डीजल है वह तो थोड़ा सिंचाई कर लिए लेकिन जो अन्य लोगों की हजारों एकड़ गेहूं की फसल सिंचाई के अभाव में पड़ी हुई है उसे वास्तव में सिंचित किया जा सके मोलनापुर के बीरबल ने कहा कि अब नहर में पानी की जरूरत है तो इसकी सफाई की जा रही है जिससे सिंचाई में काफी समस्या उत्पन्न हो रही है और गेहूं खराब होने की स्थिति में पहुंच चुका है। इसको तेज गति से साफ करा कर अविलंब पानी छोड़ा जाना आवश्यक हो चुका है जिससे सिंचाई की जा सके।
Home / BREAKING NEWS / रबी की फसल में गेहूं की पहली बुवाई हुए हो गया 40 दिन से ऊपर नहरों में नहीं आया अब तक पानी, किसान परेशान
Check Also
लालगंज में हिन्दी सुबोध संस्थान के तत्वाधान में महर्षि बाल्मीकी मनायी गयी जयन्ती दी गई श्रद्धांजलि
🔊 पोस्ट को सुनें लालगंज आजमगढ़ । महर्षि बाल्मीकि की जयंती के अवसर पर लालगंज …