लालगंज आज़मगढ़ । मुहर्रम में घर पर ताजिया रखकर अजादारी करने की शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद नकवी की मांग को प्रदेश सरकार ने देर रात मान लिया। हालांकि, मजलिस में पांच लोग ही शामिल हो सकेंगे। इसकी जानकारी के बाद मौलाना ने देर रात धरना समाप्त कर दिया। मालूम हो कि कोरोना के चलते मुहर्रम में अजादारी पर पाबंदी के विरोध में आसिफी मस्जिद के इमामे जुमा मौलाना कल्बे जवाद की अगुवाई में शिया धर्म गुरुओं ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया था।
जिसकी न्यूज़ मिलते ही लालगंज देवगाँव के तमाम लोगों ने ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए तैयारीया शुरू कर दी है मातम सोशल डिसटेंसिंग साथ इमामबाड़े में ही कर सकते है जहाँ लोग मायूस थे तो खबर मिलते ही सभी ने सरकार का शुक्रिया भी अदा किया आप को बता दे की पूरे प्रदेश में अजादारी करने की पाबंदी लगी थी जिसे को हटा दिया है। घर में ताजिया रखने पर हुई एफआईआर को भी वापस करने का आश्वासन दिया गया है मजलिस मे अभी सिर्फ़ पांच लोग ही मौजूद रहेंगे। इसके अलावा सड़क और चौक पर ताजिये नहीं रखे जा सकेंगे यौमे आशूर में ताजियों के दफनाने को लेकर बाद में फैसला लिया जाएगा ।