लालगंज आज़मगढ़ । केन्द्र सरकार के किसान विरोधी कानूनों और सरकार द्वारा किए जा रहे अंधाधुध निजीकरण के विरोधी में आहूत श्रमिक संगठनों की आम हड़ताल के समर्थन में लालगंज मे किसान मजदूर संगठन और वाम दलों ने तहसील मुख्यालय लालगंज पर शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक प्रदर्शन किया साथ ही राष्ट्रपति को सम्बोधित 9 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम लालगंज को सौंपा। ज्ञापन में निजीकरण पर रोक लगाए जाने व सरकारी सम्पत्ति को बेचना बन्द किये जाने की मांग की गई।
इसके साथ माँग की गई है कि श्रमिक विरोधी नयी श्रम संहिताओं को वापस लिया जाए और पुराने श्रम कानूनों को बहाल किया जाए। पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाए।
12 घंटे कार्य दिवस लागू करने की साजिशों पर रोक लगाई जाय सभी तरह के मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी कम से कम 21000 रूपये प्रति माह किया जाय। मनरेगा योजना के तहत प्रत्येक व्यक्ति को वर्ष में कम से कम 200 दिन काम और 500 रूपये प्रतिदिन मजदूरी दी जाए। शहरी गरीबों के लिए भी मनरेगा की तर्ज पर कानून लागू किया जाए और उनके लिए रोजगार की गारंटी की योजना लगू की जाए। समान काम के लिए समान वेतन की नीति लागू की जाए। आशा, आंगनबाडी, शिक्षा मित्र समेत सभी स्कीम वर्कर्स को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए और उनके लिए सम्मानजनक वेतन की गारंटी की जाए। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश खेत मज़दूर यूनियन उपाध्यक्ष जियालाल सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।