लालगंज आजमगढ़ । हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी सुबोध संस्थान के कार्यालय पर विद्या प्रसाद पाण्डेय कि अध्यक्षता में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया । गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए संस्थान के प्रबंधक समर बहादुर सिंह ने कहा कि हिन्दी के विकास में कान्वेंट स्कूल बाधक बने हुए हैं देश अंग्रेजो से आज़ादी पा गया पर उनकी भाषा का आज भी गुलाम बना हुआ हैं हिन्दी के विकास के लिए इस गुलामी कि जंजीर को तोड़ना पड़ेगा । उन्होने कहा आज़ादी के 75वर्ष बीत जाने के बाद भी माननीय उच्च न्यायालय में हिन्दी को वह स्थान नही मिल पाया जो मिलना चाहिए । सिनेमा जगत, समाचार पत्र, टेलीविजन, कवि एवं साहित्यकारों के बल पर हिन्दी आज जीवित हैं । अन्य वक्ताओं ने भी हिन्दी कि दुर्दशा पर गहरी चिंता व्यक्त किया । गोष्ठी में मुंद्रिका प्रसाद गिरी, विनय शंकर राय, अनिल सिंह, विजय प्रकाश पाण्डेय, मकसूद आज़मी, रवीन्द्र प्रताप चौहान, कृष्ण कुमार मोद नवाल ,गौरव कुमार रघुवंशी सहित कई अन्य लोगों ने अपना विचार व्यक्त किया ।