मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक काम करने वाले चिकित्सकों को मरीजों के उपचार में लगाने को कहा है। उन्होंने रैंडम चेकिंग बढ़ाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसके माध्यम से कोविड-19 के प्रसार की सटीक जानकारी मिल सकती है।
इससे कोरोना के खिलाफ जंग में कारगर रणनीति निर्धारित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि एनसीआर के जिलों में संक्रमण को रोकने के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाकर उसे लागू किया जाए।
मुख्यमंत्री शनिवार को अपने आवास पर उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संक्रमण से पैदा हुए हालात में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सभी उपाए किया जाना जरूरी है। उन्होंने डॉक्टरों की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता पर जोर दिया।
कहा कि प्रशासनिक कार्य करने वाले चिकित्सकों को मरीजों के उपचार का दायित्व सौंपे जाने पर विचार किया जाए। सीएम योगी ने कहा कि एक लाख की संख्या में निगरानी समितियां स्थापित करने से सर्विलांस व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जा सकता है।
कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में यह एक महत्वपूर्ण प्रयास होगा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग तथा जिला प्रशासन को सर्विलांस सिस्टम को मजबूत करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने रैंडम चेकिंग में वृद्धि करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके माध्यम से कोविड-19 के प्रसार की सटीक जानकारी मिल सकती है। इसके आधार पर कोरोना के खिलाफ जंग में कारगर रणनीति निर्धारित करने में मदद मिलेगी।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग और मुख्य सचिव आरके तिवारी समेत वरिष्ठ अधिकारी मौंजूद थे।
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