लालगंज आज़मगढ़ । देवगाँव में रेलवे सुरक्षा बल व सीआइबी की संयुक्त टीम ने बाजार में छापेमारी करके ई-टिकट के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ करते हुए दो कारोबारियों को गिरफ्तार कर लिया। छापेमारी के दौरान मची अफरा-तफरी के बीच दो अभियुक्त भाग निकलने में सफल रहे। छापमार दल ने मौके से लाखों रुपये के भारी मात्रा में इस्तेमाल और बिना इस्तेमाल के टिकट, कम्प्यूटर, प्रिटर, आइडी, साफ्टवेयर और मोबाइल बरामद किया।
कोरोना महामारी के चलते सीमित ट्रेनें ही संचालित हो रही हैं। बावजूद इसके टिकटों का अवैध कारोबार जारी है। आरपीएफ इंस्पेक्टर रमेश चन्द्र मीना, नरेश कुमार मीना व सीआइबी इंस्पेक्टर वाराणसी अभय कुमार राय की टीम ने ई-टिकट दलालों व अवैध सॉफ्टवेयर विक्रेता के विरुद्ध अभियान चलाकर छापेमारी की। देवगांव बाजार स्थित जनसेवा केंद्र पर छापेमारी कर संचालक मनोज कुमार प्रजापति (29) निवासी उसरौली यहना को हिरासत में ले लिया। उसके पास से 20 टिकट जिसकी कीमत 21774 तथा यात्रा की जा चुकी 13 ई-टिकटों की कीमत 37670 रुपये जब्त किए। नौ पर्सनल यूजर आइडी, प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर तत्काल प्रो व नाउ का जो इस्तेमाल करता मिला। इसके बाद जायसवाल इंटरप्राइजेज पर छपेमारी की गई। यहां से भी संचालक को हिरासत में लिया गया। संचालक विनोद कुमार जायसवाल (40) निवासी देवगांव कोतवाली के मथुरापुर हैं। दो अभियुक्त फरार हो गए। इनसे पास से एक अदद टिकट की कीमत 1654 तथा यात्रा की जा चुकी कुल 79 ई-टिकटों की कीमत 169701 रुपये जब्त किए। साथ ही 39 अदद पर्सनल यूजर आइडी, प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर रियल मंगो, स्पार्क प्रो व तत्काल प्लस जो इस्तेमाल करता था बरामद हुआ। दोनों के खिलाफ रेलवे अधिनियम में कार्रवाई की गई है। आरपीएफ इंस्पेक्टर रमेश चंद्र मीना ने बताया कि दोनों वर्षों से अवैध टिकट का कारोबार में लिप्त थे। छापामार दल में सीआइबी इंस्पेक्टर अभय कुमार यादव व औड़िहार के आरपीएफ इंस्पेक्टर नरेश चंद्र मीना की टीम शामिल रही।