लालगंज आज़मगढ़ । त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव के दौर में जहाँ प्रत्याशियों ने वोटरों को लुभाने के लिए लाखों खर्च कर दिए वहीं महामारी की बढ़ते प्रकोप के बीच कही भी किसी ग्राम में सेनेटाइज़ुशन का कार्य नही हुआ। न ही कहीं मास्क आदि वितरण करने का कार्य ही हुआ। ग्रामवासियो का तो यहाँ तक कहना है कि जिस दिन से मतदान हुआ गाँव में कोई झांकने तक नही आया कि हम जी भी रहे हैं या नहीं। ग्राम के अधिकारियों व सफ़ाईकर्मीयो की यह उदासीनता ही कही जाएगी कि दो दिन के कोरोना कर्फ़्यू मे भी किसी ग्राम में साफ़ सफ़ाई व सेनेटाइज़ेशन जैसा कोई कार्यक्रम नही किया गया। आत्मनिर्भर भारत में लोग खुद ही अपने घरों के आस पास सेनेटाइज़ कर इस महामारी से बचने की कयावाद में जुट गये हैं। उन्हें निराशा भी है कि ऐसे वक़्त में भी गांव के जनप्रतिनिधियो ने कोई भी कार्य नही किया जिससे इस महामारी से बचा जा सके। इसी क्रम में देवगांव के मिर्दहा टोला आदि जैसे कुछ क्षेत्रों में लोगों ने खुद ही कमान सम्भाल कर अपने इलाक़ों में सेनेटाइज़ेशन का कार्य किये ताकि संक्रमण का कुछ प्रकोप कम हो सके। और लोगों से अपील भी की आप खुद आगे बढ़े और हर मोहल्ले में एक टीम बनाकर अपने इलाक़े को सुरक्षित करने का प्रयास करे ।