लालगंज आज़मगढ़ । लालगंज विधानसभा सीट से एक तरफ जहां भाजपा की पूर्व सांसद रह चुकी नीलम सोनकर ने नामांकन किया वहीं दूसरी तरफ पूर्व विधायक रह चुके बेचई सरोज ने समाजवादी पार्टी से नामांकन किया। यहां से अरिमर्दन आजाद जो कि वर्तमान में विधायक हैं। उन्होंने बसपा से ही नामांकन किया। लालगंज की बात करें तो यह आजमगढ़ के दक्षिणी छोर पर स्थित है। यहां पर हर क्षेत्र की तरह पिछड़ापन मुख्य मुद्दा तो है ही है इसके अलावा एक अलग जिला बनाने की मांग भी कई सालों से उठती रही है। इसके अतिरिक्त यहां के अधिवक्ता अलग से कोर्ट की स्थापना को लेकर संघर्षरत रहे हैं। भाजपा से लालगंज लोकसभा सीट से 2014 से 19 तक सांसद रही नीलम सोनकर 2019 के लोकसभा चुनाव में हारने के बाद से ही इस क्षेत्र में विधानसभा सीट से तैयारी कर रही थी। भाजपा ने उनको टिकट भी दिया। नीलम सोनकर का कहना है कि वाराणसी से लालगंज दोहरीघाट होते हुए गोरखपुर के नए रेल मार्ग का बजट इस लोकसभा सत्र में पास हुआ है। यह क्षेत्र के लिए बड़ी बात है। इसकी वह काफी दिनों से मांग करती रही थी। वही यहां से फोरलेन मार्ग की भी मांग मानी गई है उनकी लड़ाई किसी से नहीं है व अपने मुद्दे पर कार्य करती हैं। वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी से यहां पर 2012 से 17 तक विधायक रह चुके और पिछला चुनाव हार चुके बेचई सरोज एक बार फिर से समाजवादी पार्टी के टिकट से मैदान में आ चुके हैं। उन्होंने नामांकन के बाद कहा कि क्षेत्र में 100 बेड के अस्पताल के लिए 40 करोड़ वह अपने विधायक काल में लाए थे । वही रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज देवगांव की स्थापना हुई थी। यह भी कहा कि मुख्य मुद्दा महंगाई बेरोजगारी व किसानों की समस्या है। उन्होंने अपने अध्यक्ष को धन्यवाद दिया कि तीसरी बार एक कार्यकर्ता को चुनाव लड़ा रहे हैं। दूसरी तरफ बसपा प्रत्याशी वर्तमान एमएलए अली मरदान आजाद ने कहा कि जब से बसपा की सरकार गई है तब से पूरी व्यवस्था पिछड़ गई है। चाहे वह कानून व्यवस्था का मुद्दा हो सड़क पुलिया शिक्षा हो। इस कार्यकाल में ढाई साल की निधि मिली। वह और सांसद संगीता आजाद ने क्षेत्र में काफी कार्य किए।
