लालगंज आजमगढ़ । मदरसा उस्मान बिन अफ्फान मंगरावां में कुरान याद कंठस्थ याद कर के हाफिज बनने पर 30 बच्चों के दस्तारबंदी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उद्घाटन भाषण में मौलाना मुहम्मद आसिफ ने कुरान के संरक्षण के विषय में कहा कि कुरान को संरक्षित करने की जिम्मेदारी अल्लाह ने स्वयं ले रखी है और कुरान को कंठस्थ याद करके हाफिज बनने वालों द्वारा इस कर्तव्य को पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुरान के संस्मरण बहुत मूल्यवान हैं। उन्होंने कहा कि कुरान एक अद्भुत और मूल्यवान पुस्तक है जिसके पढ़ने से काफी ज्ञान प्राप्त होता है। कार्यक्रम में शारिक इनामी ने नात आदि प्रस्तुत की जिसे उपस्थित लोगों ने खूब सराहा। इसके बाद मौलाना अबूजर मदनी ने विस्तृत तकरीर करते हुए कुरान की महानता का वर्णन किया। मदरसा के संस्थापक मुफ्ती जीशान, नाजिम मौलाना फैजान और कार्यवाहक नाजिम हाजी नियाज ने सभी मेहमानों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर मौलाना इनाम, मुफ्ती शाहिद, मौलाना वलीउल्लाह, मुफ्ती अब्दुल्ला, मौलाना अली कासमी विशेष रूप से उपस्थित थे। अंत में सदर की संक्षिप्त दुआ के साथ बैठक का समापन किया गया। इस अवसर पर अब्दुल रहमान पुत्र जमील अहमद, रैयान पुत्र अबुल कैस, आरिश पुत्र अहमद रेहान फलाही, मोहम्मद रेहान पुत्र फिरोज अहमद, मोहम्मद इस्माइल पुत्र सुफियान अहमद, मोहम्मद जीशान पुत्र गानिम जफर, मोहम्मदुल्ला पुत्र मोहम्मद शाहिद, अतीकुर्रहमान पुत्र जमील अहमद, मोहम्मद कैफ और गानिम आदि समेत 30 बच्चों के हाफ़िज़ बनने पर उनकी दस्तारबंदी की गई।
