लालगंज आज़मगढ़ । विदित हो कि 1 साल पहले मई खरगपुर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी आए थे, लालगंज से जिला बनाने की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाकर मुख्यमंत्री को विकास मंच की तरफ से ज्ञापित किया गया था विकास मंच के सचिव समर बहादुर सिंह एडवोकेट ने बताया कि लालगंज बाजार जिला मुख्यालय से लगभग 40 से 42 किलोमीटर दूरी है। लालगंज बड़ी तहसील थी इसी में से हिस्सेदारी करके मेहनगर व मार्टीनगंज तहसीलों का निर्माण हुआ था। यदि तीनों तहसीलों को मिलाकर एक जिला बना दिया जाए तो यहां की जनता को बार-बार आजमगढ़ आना जाना नहीं होगा आज महंगाई के परिवेश में लगभग ₹50 रोडवेज का किराया है चाहे दीवानी कचहरी हो ,कलेक्ट्रेट हो या किसी ऑफिस का काम हो बराबर सबको आना जाना पड़ता है। उपरोक्त सारे कार्यालय जब स्थानीय जिला घोषित होने पर यहां हो जाएंगे तो आम जनता को परेशानी से फुर्सत होगी, कोर्ट कचहरी या विकास से संबंधित काम बिजली संबंधित काम जो भी होंगे सभी जिला मुख्यालय होने के कारण लालगंज में ही संभव होगा।ओमप्रकाश सिह पूर्व प्रधानाचार्य श्री कृष्ण गीता राष्ट्रीय इंटर कॉलेज लालगंज ने भी कहा कि लालगंज को अभिलंब जिला बनाना जनहित, विकास हित के लिए जरूरी है। होना भी चाहिए ।मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि विकास मंच की जो मांग है उसका संज्ञान लिया जाए लालगंज को अबिलंब जिला घोषित किया जाए बसही अकबालपुर निवासी मुजाहिद सिद्दीकी ने कहा कि जिला घोषित होने पर आम जनता को आजमगढ़ नहीं जाना होगा ।उसका आर्थिक बचत होगी समय की बचत होगी शारीरिक मानसिक थकावट भी नहीं होगी जनहित के कार्य आसानी से होंगे।
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