आजमगढ़ के बसपा के दिग्गज नेताओं में शुमार पूर्व कैबिनेट मंत्री चंद्रदेव राम यादव ने बुधवार को सपा का दामन थाम लिया। दिसंबर 2019 में उन्होंने पार्टी में उपेक्षित होने पर बसपा से इस्तीफा दे दिया था। बुधवार को लखनऊ में उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव के समक्ष सपा की सदस्यता ग्रहण की।
सदर तहसील के हाजीपुर गांव निवासी चंद्रदेव राम यादव ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरूआत लोक दल से की थी। 1984 में कांशीराम ने बसपा का गठन किया था तब चंद्रदेव राम आजमगढ़ में इसके संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे। 2002 में पहली बार मुबारकपुर से बसपा के टिकट पर विधायक बने। फिर 2007 में भी मुबारकपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बने।
हालांकि मंत्री रहते हुए उनपर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे। इस पर पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया। 2012 के चुनाव में उनके स्थान पर शाह आलम को टिकट दिया। जेल से छूटने के बाद 2017 के विधान सभा चुनाव में पार्टी ने इन्हें अपना लिया लेकिन मुबारकपुर के बजाय निजामाबाद विधानसभा सीट से मैदान में उतारा।
लेकिन वे जीत हासिल नहीं कर सके। 2019 में पार्टी ने इन्हें बहराइच जिले के कैसरगंज लोकसभा सीट से मैदान में उतारा। लेकिन यहां भी कामयाबी इनसे दूर रही। पार्टी से इस्तीफा देने के बाद चंद्रदेव यादव काफी दिनों से दूसरे घर की तलाश में थे। इसी क्रम में बुधवार को उन्होंने सपा का दामन थाम लिया। उनके इस निर्णय के बाद उनके समर्थकों में हर्ष व्याप्त है।