लालगंज आज़मगढ़ । कोरोना के क़हर से हर कोई परेशान है तो वही प्रशासन लगातार सब कुछ सही होने की बात कर रहा तो वही ज़मीनी हक़ीक़त कुछ और ही है अस्पताल में बेड नही है लोग स्टेचर पर मरीज़ को लेकर बेड के इंतज़ार में खड़े नज़र आते है डॉक्टर आक्सीजन उपलब्ध न होने पर दवा की पर्ची लिखकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर लेते है सरकार एवं अधिकारियों के दावे के बावजूद अव्यवस्था साफ़ दिखती नज़र आती है ऐसा ही कुछ हुआ लालगंज निवासी एक पिता के साथ लालगंज निवासी हरिश्चंद जायसवाल अपनी पुत्री वंदना को लेकर मंडलीय जिला अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में शाम सात बजे से स्ट्रेचर पर थे, लेकिन बेड नहीं मिला, तो रो पड़े। इमरजेंसी कक्ष में तैनात डॉक्टर और फार्मासिस्ट ने पूछने पर बताया कि बेड नहीं है, घर लेकर जाइए। ऑक्सीजन की बहुत जरूरत है। ऐसे में एक पिता को अपनी बेटी के इलाज लिए लड़ते हुए देखा गया जो बेहद दुःखद है कि एक तो इस क़हर से लोग पीड़ित है दूसरी तरफ़ अव्यवस्था से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।