लालगंज आज़मगढ़ । देवगाँव में देर रात तक लोगों ने कब्रिस्तानों पर जाकर फ़ातिहा पढ़ा तथा क्षेत्र की तमाम मस्जिदों में लोगों ने पूरी रात इबादत भी की देर शाम से ही लोगों का चिरावनदास क़ब्रिस्तान , पुरवा के समीप क़ब्रिस्तान , सोनपोखरी क़ब्रिस्तान , गिरधरपुर क़ब्रिस्तान , महादेव के समीप क़ब्रिस्तानो में जाकर देर रात तक फ़ातिहा पढते रहे । आप को बता दे की इस दिन लोग अपने परिवार के मृतकों के नाम जहां घर में हलुआ और पकवान का नियाज फातिहा कराते है तो वही उनकी कब्रिस्तान पर जाकर फातिहा पढ़कर उनके हक में अल्लाह से दुआ भी माँगते है शब-ए-बारात की रात को इबादत की रात भी कहा जाता है।
इस रात अल्लाह की रहमतें और बरकतें नाजिल होती है। इस रात अल्लाह अपने बंदों के गुनाहों को माफ करता है। यह रात गुनाहों से माफी और जहन्नम से निजात की होती है। लोग पूरी रात मस्जिदों में इबादत कर के गुजारते है कब्रिस्तान से लौटने के बाद पुरुष मस्जिदों में पूरी रात इबादत करते है तो वही महिलाएं घरों में पूरी रात इबादत करती है ।
ऐसा भी माना जाता है कि इस रात अल्लाह सातवें आसमान पर आते है और इबादत करने वालों की हर मुरादों को पूरा करने के साथ ही उनके गुनाहों को भी माफ कर देते है। शब-ए-बारात के 15 दिनों के बाद माहे रमजान का आगाज होता है। यह त्योहार इबादत करने, अपने गुनाहों की माफी और अपने मृतक परिजनों के हक में अल्लाह से उनके लिए दुआ करने का होता है। देवगाँव के तमाम दरगाहो व शहीदों की मज़ारों पर भी लोगों की भारी भीड़ फ़ातिहा पढ़ने के लिए देखी गई ।