लालगंज आज़मगढ़ । पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू हत्याकांड के मुख्य गवाह अजीत सिंह की हत्या को अंजाम देने वाले शूटरों की तलाश में लखनऊ पुलिस की टीम बुधवार की शाम से जिले में पहुंची। ज़िले के तरवां व देवगांव कोतवाली क्षेत्र में तीन से चार स्थानों पर लखनऊ पुलिस द्वारा छापेमारी की गई जिस मकान पर शूटरों के होने की सूचना थी, उस मकान पर पहुंचने पर वहां ताला बंद मिला।लखनऊ के विभूतिखंड के कठौता चौराहा के पास छह जनवरी को मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहना के पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख अजीत सिंह की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि अजीत की हत्या की साजिश आजमगढ़ में निरुद्ध कुख्यात अपराधी ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू, अखंड प्रताप सिंह ने एक अन्य अपराधी के साथ मिलकर रची थी। अजीत सिंह पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू हत्याकांड का मुख्य गवाह था। सीपू हत्याकांड में ध्रुव कुमार सिंह कुंटू मुख्य आरोपी है। अजीत हत्याकांड में जिन प्रमुख शूटरों का नाम प्रकाश में आया था उसमें वाराणसी के गिरधारी के अलावा आजमगढ के अंकुर सिंह, बंधन सिंह व प्रिंस का नाम भी शामिल था। बंधन ने कुछ दिनों पूर्व ही जनपद न्यायालय में समर्पण कर दिया है। बागपत से पुलिस ने एक शूटर मुस्तफा को पकड़ा तो कुछ शूटरों के आजमगढ़ जिले में होने की लोकेशन मिली। जिस पर लखनऊ की टीम ने जिले में पहुंच कर छापेमारी की कार्रवाई की लेकिन उसके हाथ कुछ नहीं लगा।तो वही छापेमारी की कारवाई के बारे में पूछे जाने पर एसपी सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।